IPC SECTION 311 IN HINDI (धारा 311 क्या है।)
धारा 311 क्या है IPC SECTION 311 IN HINDI इसमें मिलने वाली सजाई।
बिना बलपूर्वक कोई लूट जिसको ठगी कहते हैं ऐसा करना है कानूनन जुर्म है।
ऐसे व्यक्ति जो समाज में ठगी करते हैं जो समाज में लोगों को बेवकूफ बनाकर उसे पैसा हथिया ते हैं और कानूनी नियम का पालन नहीं करते हैं जैसे कि किसी दुकानदार का कच्चा बिल देना यह भी एक प्रकार की ठगी है जिससे कि वह दुकानदार सरकार से अपना टेक्स बचाता है ऐसे अपराध के लिए आजीवन कारावास भी हो सकता है कुछ एक अवधि के लिए भी कारावास में जीवन व्यतीत करना पड़ सकता है और आर्थिक दंड का भी भुगतान करना पड़ सकता है।
हुआ अपराध:
बिना बलपूर्वक कोई लूट जिसको ठगी कहते हैं ऐसा करना है कानूनन जुर्म है। जैसे कि किसी दुकानदार का कच्चा बिल देना यह भी एक प्रकार की ठगी है जिससे कि वह दुकानदार सरकार से अपना टेक्स बचाता है
मिलने वाली सजाई:
ऐसे व्यक्ति को आजीवन कारावास या आर्थिक दंड देने पड़ सकता है या दोनों की सजा भी मिल सकती है।
ऐसे अपराध माफ करने योग्य नहीं है समाज में ऐसे लोगों का बहिष्कार होना चाहिए ऐसे अपराध चिंता का विषय है।
मेरे नाम विवेक सिंह (एडवोकेट) है।
ये आर्टिकल लोगो को अपने न्याय विधान के प्रति जगरूप करने के लिए है । ऐसी कानूनी समस्या के लिए किसी वकील की सलाह जरूर ले। अगर किसी को कानून से संबंधित कोई समस्या हो तो हमसे संपर्क करे।
बिना बलपूर्वक कोई लूट जिसको ठगी कहते हैं ऐसा करना है कानूनन जुर्म है।
ऐसे व्यक्ति जो समाज में ठगी करते हैं जो समाज में लोगों को बेवकूफ बनाकर उसे पैसा हथिया ते हैं और कानूनी नियम का पालन नहीं करते हैं जैसे कि किसी दुकानदार का कच्चा बिल देना यह भी एक प्रकार की ठगी है जिससे कि वह दुकानदार सरकार से अपना टेक्स बचाता है ऐसे अपराध के लिए आजीवन कारावास भी हो सकता है कुछ एक अवधि के लिए भी कारावास में जीवन व्यतीत करना पड़ सकता है और आर्थिक दंड का भी भुगतान करना पड़ सकता है।
हुआ अपराध:
बिना बलपूर्वक कोई लूट जिसको ठगी कहते हैं ऐसा करना है कानूनन जुर्म है। जैसे कि किसी दुकानदार का कच्चा बिल देना यह भी एक प्रकार की ठगी है जिससे कि वह दुकानदार सरकार से अपना टेक्स बचाता है
मिलने वाली सजाई:
ऐसे व्यक्ति को आजीवन कारावास या आर्थिक दंड देने पड़ सकता है या दोनों की सजा भी मिल सकती है।
ऐसे अपराध माफ करने योग्य नहीं है समाज में ऐसे लोगों का बहिष्कार होना चाहिए ऐसे अपराध चिंता का विषय है।
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IPC SECTION 311 IN HINDI (धारा 311 क्या है।) |
मेरे नाम विवेक सिंह (एडवोकेट) है।
ये आर्टिकल लोगो को अपने न्याय विधान के प्रति जगरूप करने के लिए है । ऐसी कानूनी समस्या के लिए किसी वकील की सलाह जरूर ले। अगर किसी को कानून से संबंधित कोई समस्या हो तो हमसे संपर्क करे।
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